Putrada Ekadashi Vrat Katha: संतान सुख और समृद्धि के लिए पौराणिक उपाय

Putrada Ekadashi Vrat Katha

पुत्रदा एकादशी ( Putrada Ekadashi ), जिसे कभी-कभी पवित्रा एकादशी भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह व्रत मुख्यतः संतान सुख की प्राप्ति और उनके कल्याण के लिए किया जाता है। यह एकादशी वर्ष में दो बार आती है—पहली पौष शुक्ल एकादशी और दूसरी श्रावण शुक्ल एकादशी के … Read more

Hariyali Teej Vrat Katha: शिव-पार्वती प्रेम और तपस्या की अनूठी पौराणिक गाथा

Hariyali Teej Vrat Katha

Hariyali Teej, जिसे श्रावण तीज या सिंजारा तीज भी कहा जाता है, हरियाली और सावन की ताजगी के बीच मनाया जाने वाला पावन पर्व है। इस दिन महिलाएं भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं और अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। हरियाली तीज, जिसे श्रावणी … Read more

श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग: पौराणिक कथा, धार्मिक महत्व और पूजा विधि

Trimbakeshwar Jyotirlinga

श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (Trimbakeshwar Jyotirlinga) महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित भगवान शिव का एक दिव्य ज्योतिर्लिंग है। यह बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है और हिंदू धर्म में इसका अत्यंत आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व है। यह स्थान विशेष रूप से गंगा नदी के उद्गम स्थल “ब्रह्मगिरी पर्वत” के पास स्थित है। यहाँ भगवान शिव … Read more