भैरव भूत साधना क्या है?
What is Bhairav Bhoot Sadhana in hindi? भैरव भूत साधना – आज हम इस हिंदी लेख में आपका भैरव भूत साधना के बारे सम्पूर्ण जानकारी देने जा रहे है। यह तांत्रिक और प्राचीन साधना है Bhairav Bhoot Sadhana करने के लिए शांत वातावरण और बंद कमरे या फिर कोई सुनसान जगह पर करना चाहिए। इस साधना को करने के लिए पहले बृह्म चक्र धारण करना बहुत जरुरी है यह बहुत कठिन साधना होती है।
यदि आप भैरव साधना विधि के बारे में जानना चाहते है तो आप पंडित सुरेश कुमार शास्त्री जी सम्पर्क कर सकते है शास्त्री जी से सम्पर्क करने के लिए इस वेबसाइट में व्हाट्सप्प नंबर दिए हुए है
भैरव भूत की साधना विधि – Sadhna method of Bhairav Bhoot
इस भैरव भुत साधना विधि को करने के लिए पहले आसन लगाए और पूर्व दिशा की और मुँह करके मंत्र जाप क्रिया शुरू करें और रुद्राक्ष की गोमुखी माला लेकर ग्यारह बार माला का मंत्र के साथ जाप करे।
साधना के समय लाल रंग के वस्त्र पहने और साधना शुरू करने के लिए धुप और तेल का चिराग जलाए और जो कि कम से कम तीन घंटे पहले शुरू करें और भैरव की मूर्ति पर सिंदूर लगाए और माथे पर तिलक लगाए।
भैरव भुत साधना जाप के लिए मंत्र का अनुवाद करें।
मंत्र का अनुवाद करते हुए ग्यारह बार माला का मंत्र जाप करेंगे और धुए में भुत के समान आकृति दिखाई देती है।
यह आपको यह भुत वाली आकृति दिखाई देने लगे तो मंत्र जाप पूरा करेंगे और वचन मांगोगे और जब वचन मिल जाये तब जल पात्र को लेकर ऊपर डाल दे और ऐसा करने से वह आपके पूरी तरह से वश में हो जायेगा।
तीन शब्द का वशीकरण मंत्र और साधना विधि | Vashikaran Mantra
भैरव साधना के प्रकार – Types of Bhairav Sadhana
सितांग भैरव
रु-रु भैरव
चण्ड भैरव
क्रोधोन्मत्त भैरव
भयंकर भैरव
कपाली भैरव
इसमें काल भैरव का सबसे उग्र रूप माना जाता है
काल भैरव और बटुक भैरव की साधना की जाती है।
बटुक भैरव को शांत माना जाता है।
धन दौलत को प्राप्त करने के लिए बटुक भैरव की साधना करते है
तीन शक्तिशाली शाबर शत्रु उच्चाटन मंत्र एवं दुश्मन का उच्चाटन तरीका
भैरव भूत साधना मंत्र – Bhairav Bhoot Sadhana Mantra
Om Hree Va Batukaye Kshaum Kshaum Aapduddharanaye Kuru Kuru Batukaye Hree Batukaye Swaha.
यह मंत्र ग्यारह माला इक्कीश मंगलवार करना होता है
भैरव भूत साधना कैसे करें ? – How to do Bhairav Bhoot Sadhana?
Batuk Bhairav दुर्गा माँ के पुत्र माने जाते है और बटुक भैरव की पूजा से जल्दी खुश होते है इसलिए इसकी पूजा और साधना करके व्यक्ति अपने कष्टों का निवारण कर सकते है।
भैरवं भूत साधना काल
यह साधना क्रिया मंगलवार या 8 वी के दिन शाम के समय शुरू करें। इस साधना का शाम समय अच्छा माना गया है व्यक्ति की मनोकामनाएं जल्दी पूरी होती है।
चेतावनी: सभी तांत्रिक साधनाएं एवं क्रियाएँ सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से दी गई हैं यह साधना शुरू करने पहले किसी अनुभवी ज्योतिषी या Vashikaran Specialist से जरूर राय ले।